Identifier Declaration
Identifier Declaration
किसी भी प्रकार
के Data
को Process करने के लिए हमें सबसे पहले ये तय
करना होता है की हम किस प्रकार के Data को Computer की Memory में Store करना
चाहते है , क्योंकी जब तक हम Process किए जाने वाले Data
को Computer की Memory में
Store नहीं कर देते है , तब तक हम उस Data का Process नहीं कर सकते है |
चुकी अलग – अलग Size
की Space Reserve करते है , इसलिए जब हमें Process
किए जाने वाले Data के Type का पता चल जाता है , तब हम उस Data Type को Represent
करने वाले Keyword के आधार पर Memory में कुछ Space Reserve करते है और उस Space का कोई नाम Assign करते है |
ये
नाम उस Reserved
Memory Location का एक Symbolic Identifier होता
है , जो की Identifier Naming Convention के नियमों के आधार
पर तय किया जाता है |
Program की
जरुरत के आधार पर किसी Data को करने के लिए Computer की Memory में Space Reserve का
कोई Symbolic नाम देने की प्रक्रिया को Identifier
Declaration कहते है |
यदि Define
किए जाने वाले Identifier का मान पुरे Program
में स्थिर रहे तो इस प्रक्रिया को Const Declaration कहते है , जबकि यदि Define किए जाने वाले Identifier
का मान पुरे Program में समय – समय पर Program
की जरुरत के आधार पर बदलाव रहे तो इसे Variable Declaration कहते है |
Identifier Declaration के समय हमें हमेशा दो बाते तय करनी होती है |
पहली
ये की हमें किस प्रकार (Data Type) का Data Computer की Memory में Store करना है और दूसरी ये की Reserve होने वाली Memory
Location को क्या नाम (Identifier Name ) देना
है | Identifier Declare का General Syntax निम्नानुसार होता है |
Syntax
DataTypeModifierDataType
IdentifierName
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