History of Programming language "C"
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEinTth5MAFQWMcHH7nucRvZEsvqQTyZXMapmqmlt4W1xm8gV9QS0CiiGTiQpK6M-hrIOlrxC8HRNkJmDKcrlbJkvpndKy9nHronL9RVEvYUq3UhB-c8lKDIo3Xee6WJfU6kfFTRgCPGw5M/w640-h480/History+of+Programming+Language+C.jpg)
History of Programming
Language “C”
इस भाषा का विकास
होने से पहले जितने भी Program बनाए जाते थे , वे
सभी Assembly Program में बनाए जाते थे |
Assembly
Language में बनाए गए Programs कि Speed
काफी ज्यादा होती है , लेकिन इसकी एक कमी भी है |
Assembly
Language में Develop किया गया Program
उसी Computer पर Execute होता है , जिस पर उसे Develop किया गया होता है |
इसलिए एक ऐसी Programming
Language कि आवश्यकता हुई , जो कि Portable हो
| इस जरुरत के आधार
पर 1960
में Cambridge University ने एक कंप्यूटर
प्रोग्रामिंग भाषा का विकाश किया , जिसका नाम “BASIC COMBINED PROGRAMMING
LANGUAGE” यानी BCPL रखा गया |
1970
में केन थोम्पसन ने इसमें कुछ परिवर्तन किये व सामान्य बोल – चाल में
इसे “B” भाषा कहा |
“C”
का विकास अमेरिका में 1972 में हुवा |
AT
& T Laboratory के कंप्यूटर वैज्ञानिक डेनिस रिची ने इस का
विकास किया था |
“सी “ एक
शक्तिशाली भाषा है जिसमें हम एप्ल्लिकेसन सॉफ्टवेयर व सिस्टम सॉफ्टवेयर बना सकते
है | इसमें सामान्य अंग्रेजी
शब्दों के माध्यम से प्रोग्राम बनाए जाते है , जो कि समझने व बनाने में आसान होते
है | ‘सी ‘ एक हाई लेवल Structured
Programming Language भाषा है , यानी सूचनाओं के एक निश्चित क्रम
में Program Run होता है |
No comments