Preprocessor Directive
Preprocessor Directive
कई बार हमें ऐसी जरुरत होती है जिसमे हम चाहते है की हमारा Source Program Compiler पर Compile होने के लिए Processor पर जाने से पहले कुछ काम करे | इस प्रकार के कामों को परिभाषित करने के लिए हम Preprocessor Directives का प्रयोग करते है | Preprocessor Directives की सुरुआत हमेशा # से होती है और इन्हें हमेशा Header Files को Include करने वाले Statement के Just निचे लिखा जाता है | Preprocessor Directives को समझने के लिए हम एक Program देखते है , जिसमे हम Output में “Hello World” Print करना चाहते है
#include<stdio.h>
#include<conio.h>
#define START main() {
#define PRINT printf(“Hello World”);
#define PAUSE getch( );
#define END }
START /* Start the Program */
PRINT /* Display message on the Screen */
PAUSE /* Pause the Screen to Display output */
END /* terminate the program */
|इस Program में Define किए गए सभी Preprocessor Directives Program के Processor पर Compile होने के लिए जाने से पहले Expand होकर मूल Codes में Convert हो जाते है | जब सभी Directives Expand हो जाता है, तब ये Program निम्नानुसार Normal Form में आ जाता है
#include<stdio.h>
#include<conio.h>
main( ) { /*START */
printf(“Hello World”); /*PRINT*/
getch( ); /*PAUSE*/
} /*END*/
Compiler अब
इस Normal Form में Converted Program को
Processor पर Compiler
होने के लिए भेजता है |
चूँकि
#define के साथ Use किए जाने वाला Directives Program के Processor
पर Compile होने के लिए जाने से पहले Expand
होते है , इसलिए इन Directives को Prepocessor
Directives कहा जाता है |
Preprocessor Directives
का प्रयोग Header Files को Develop करते समय ही सबसे जयादा किया जाता है |
“C” Language की Library में
विभन्न प्रकार के तकनिकी मानों को सरल रूप में Represent करने
के लिए उन्हें Preprocessor
Directives का प्रयोग करके एक सरल नाम दे दिया जाता है, ताकि इन
मानो को सरलता से याद रखा जा सके व Use
किया जा सके |
Preprocessor Directives
का प्रयोग करके विभन्न प्रकार के बड़े –बड़े तकनीकी नामो व मानो को
सरल व छोटे Identifier के रूप में परिभाषित किया जा सकता है |
एक
बार किसी मान का कोई नाम दे देने के बाद हम उस मान को उसके नाम से Refer
कर सकते है |
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